डॉक्टरों के अनुसार, प्रीमैच्योर बर्थ की कोई एक वजह नहीं होती बल्कि कई कारण एक साथ मिलकर ऐसी अवस्था बनाते हैं. जिसमें मां की उम्र, न्यूट्रिशन, बीमारियां, तनाव और गर्भावस्था के बीच का अंतर शामिल है.