पीएम मोदी की निजी सचिव के रूप में उनका कार्यकाल सरकार की नीतियों और योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने में सहायक साबित होगा. विशेष रूप से, उनकी कूटनीतिक समझ और वैश्विक दृष्टिकोण उनके लिए एक बड़ी ताकत साबित होगी, क्योंकि दुनिया में तेजी से बदलते हुए राजनीतिक और आर्थिक हालात में ऐसी समझदारी बेहद जरूरी होती है.