लेकिन, कहते हैं न समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता. 17 सुपरहिट फिल्में देने के बाद, राजेश खन्ना की किस्मत ने ऐसी पलटी मारी कि उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई. साल 1976 से उनके बुरे दौर की शुरुआत हुई. एक के बाद एक उनकी सात फ़िल्में फ्लॉप हो गईं.
राजेश खन्ना की सफलता की कहानी हर किसी को प्रेरित करती है, लेकिन उनका स्टारडम सिर्फ फिल्मी पर्दे तक ही सीमित नहीं था. वह असल जिंदगी में भी एक रोल मॉडल थे. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने भी इस बात का जिक्र किया कि उस वक्त राजेश खन्ना इतने बड़े स्टार थे कि उनके पास आना-जाना, उनसे मिलना, यह सब एक खास अनुभव माना जाता था.