धार्मिक सजा के तहत सुखबीर सिंह बादल और उनके साथियों को वॉशरूम साफ करने, बर्तन धोने और एक घंटा कीर्तन सुनने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्हें जनतक समागमों में बोलने से भी मना किया गया है.