Pitru Paksha 2025: हिंदु धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व है, जब लोग अपने पूर्वजों काे याद कर तर्पण और श्राद्ध करते हैं. शास्त्रों के अनुसार इस कर्म से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और वंशजों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. मगर पितृपक्ष की हर तिथि का अपना अलग महत्व होता है. खासकर कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि जिसे घायल चतुर्दशी भी कहा जाता है. उस दिन श्राद्ध केवल विशेष परिस्थितियों में मृत हुए लोगों का ही किया जाता है.महाभारत और गरुड़ पुराण में इस दिन श्राद्ध से जुड़ी खास मान्यतांए बताई गई हैं.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, जिसे गोकुलाष्टमी भी कहा जाता है, पूरे देश में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई जाती है. इसे भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है.
शास्त्रों में बाल कटवाने के लिए कुछ निश्चित दिन बनाए गए हैं. शास्त्रों में कुछ काम को किन्हीं विशेष दिनों पर ही करना शुभ माना जाता है.