इस पूरी घटना के बाद, स्कूल प्रबंधन ने बच्चे के घर फोन करके बताया कि कृतार्थ की तबियत खराब है. जब बच्चे के माता-पिता स्कूल पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि कृतार्थ को उपचार के लिए ले जाया गया है. इसी दौरान, लोगों ने सादाबाद के निकट प्रबंधक को कार में पकड़ लिया, जिसमें बच्चे का शव था.