केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा में आगामी चुनावों में उनकी पार्टी एक प्रमुख भूमिका निभाएगी. उन्होंने कहा, "हरियाणा में AAP के बिना कोई सरकार नहीं बन पाएगी." दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद यह केजरीवाल का पहला बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम था.