Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ से पूर्व राज्यसभा सांसद और RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के वरिष्ठ कार्यकर्ता गोपाल व्यास को श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर CM विष्णु देव साय से लेकर RSS के दिग्गज नेताओं ने उन्हें याद किया और श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
यह महत्वपूर्ण बैठक मथुरा के गऊ ग्राम पर आयोजित की गई, जहां संघ के 46 प्रांतों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया. संघ प्रमुख मोहन भागवत भी इस बैठक के दौरान मथुरा में ही हैं और यह चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा.
RSS Chief Mohan Bhagwat: संघ प्रमुख ने कहा कि यह वर्ष महत्वपूर्ण है क्योंकि आरएसएस शताब्दी वर्ष में कदम रख रहा है. उन्होंने कहा कि कोई देश लोगों के राष्ट्रीय चरित्र के कारण महान बनता है. उन्होंने कहा कि भारत का भाव हर किसी की मदद करने का है.
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आरएसएस की सलाह पर ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं से जुड़ने की कोशिश की. सैनी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र लाडवा में व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया और खाप और पंचायत नेताओं से मिलकर उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास किया.
Mohan Bhagwat: भागवत ने कहा कि हिंदू समाज को भाषा, जाति और क्षेत्रीय असमानताओं को खत्म करके अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना होगा. आरएसएस प्रमुख ने बताया कि समाज को कैसा होना चाहिए.
Jharkhand CM Hemant Soren: मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि झारखंड की जनसांख्यिकी में कोई बदलाव नहीं हुआ और बीजेपी ने झारखंड के कुछ नेताओं को सियासी फायदे के लिए अपने साथ मिला लिया. खास तौर पर उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भी निशाना साधा.
अरविंद केजरीवाल की यह चिट्ठी राजनीतिक हलकों में एक नई बहस को जन्म दे सकती है. अब देखना होगा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं.
Chhattisgarh News: सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में एक अक्टूबर तक बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी है. इसे लेकर पूर्व मंत्री शिव ने बीजेपी पर निशाना साधा है, वहीं रायपुर में हो रही RSS की बैठक पर भी तंज कसा है.
Mohan Bhagwat: भागवत ने कहा कि जिसे आमतौर पर हिंदू धर्म कहा जाता है, वह संक्षेप में एक सार्वभौमिक मानव धर्म है. उन्होंने कहा, 'हिंदू सबकी भलाई चाहता है. हिंदू होने का मतलब दुनिया का सबसे उदार व्यक्ति होना है, जो सभी को गले लगाता है.
MP News: संयुक्त परिवार के लिए आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में पूरे परिवार के एक साथ भोजन करने, एक साथ घूमने जाने और देव आराधना की सीख भी दी जा रही है.