आरएसएस की योजना है कि राज्यभर में 3 लाख से अधिक छोटी-छोटी बैठकें आयोजित की जाएं. ये बैठकें लोगों के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनाने का प्रयास करेंगी.