Haryana Assembly Election Result: हरियाणा चुनाव से पहले भी यह कयास लगाए जाते रहे कि राज्य में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन अंत में दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा.
UP Bye-Election: उत्तर प्रदेश में होने वाले उप चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने 6 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है.
उत्तर प्रदेश में उपचुनाव से पहले जातीय जनगणना का मुद्दा गरमा गया है. सपा और कांग्रेस जैसे दल इसे लेकर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं.
Mayawati: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बीएसपी सुप्रीमो ने लिखा कि सपा सरकार में तो बीजेपी की तरह ही कानून-व्यवस्था का बुरा हाल था. दलितों, पिछडे़ वर्गों, गरीबों और व्यापारियों आदि को सपा के गुण्डे, माफिया दिन-दहाड़े लूटते और मारते-पीटते थे, ये सब लोग भूले नहीं हैं.
UP News: सपा नेता की महिला सहयोगी ने ही रेप की धाराओं में केस दर्ज कराया है. पीड़िता का आरोप है कि वीडियो और फोटो बनाकर उसके साथ बीते एक साल से बलात्कार किया जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है, "पार्टी यूपी में कांग्रेस को तभी सीटें देगी, जब उसे अन्य राज्यों में बड़ी हिस्सेदारी मिलेगी." जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव से अन्य राज्यों में चुनाव लड़ने की पार्टी की योजना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह "सपा को एक राष्ट्रीय पार्टी बनाना चाहते हैं और इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं".
एक ओर जहां अवधेश प्रसाद के ऊपर अखिलेश की उम्मीदों पर फिर से खरा उतरने की जिम्मेदारी है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए ये प्रतिष्ठा की लड़ाई है. दरअसल, सीएम योगी ने मिल्कीपुर सीट की जिम्मेदारी खुद ली है.
जिन 10 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं, उनमें से पांच पर समाजवादी पार्टी, तीन पर भाजपा और एक-एक सीट राष्ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी ने जीती है, दोनों ही एनडीए गठबंधन के सहयोगी हैं.
UP News: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में सपा नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह को नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनके खिलाफ पुलिस ने पॉक्सो सहित छेड़छाड़ की धाराओं में केस दर्ज किया है.
Akhilesh Yadav: अखिलेश ने कहा कि मैं आपको 3 घटनाओं का उदाहरण देना चाहता हूं. पहली घटना हाथरस की है जिसमें भाजपा विधायकों और नेताओं ने एक साधु के कार्यक्रम की अनुमति के लिए लिखा था. लेकिन प्रशासन ने ठीक से इंतजाम नहीं किए और नतीजा ये हुआ कि बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई.