मुफ्ती मोहम्मद शफी कासमी (कल्याण समिति के सदस्य) ने बताया कि मस्जिद के अनधिकृत हिस्से को ध्वस्त करने की अनुमति के लिए नगर आयुक्त से अनुरोध किया गया है. उन्होंने कहा, “हमने यह निर्णय शांति और भाईचारे को बनाए रखने के उद्देश्य से लिया है. हमें उम्मीद है कि इससे क्षेत्र में तनाव कम होगा और समुदाय के बीच सहयोग बढ़ेगा.”