बस नंबर MP18-6155, जो 1993 मॉडल की थी और मध्यप्रदेश में पंजीयन के योग्य नहीं थी. इसको फर्जी झारखंड एनओसी और नए पंच किए गए चेचिस नंबर के जरिए दोबारा रजिस्टर कराया गया
तीनों आरोपी ग्राहक बनकर दुकान में दाखिल हुए और दुकानदार से ज्वेलरी दिखाने की बात कही. जैसे ही दुकानदार नीचे झुककर लॉकेट निकालने लगा, तभी मौका देख एक महिला ने काउंटर के पीछे रखा बैग उठा लिया, जिसमें करीब 30 नग सोने के छोटे लॉकेट रखे थे.
Shahdol News: गड्ढे की खुदाई का कार्य करते समय 17 जुलाई को अचानक मिट्टी धंसने की वजह से कोटमा के निवासी दो भाई मुकेश बैगा और महिपाल बैगा की 12 फिट गहरे मिट्टी के ढेर में दबने से मौत हो गई थी. 15 घंटे से अधिक समय तक चले रेस्क्यू के बाद दोनों मजदूरों का शव निकाला गया था
Shahdol News: बस, ट्रक से टकराकर वहीं रुक गई और एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. इस टक्कर में बस का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन सौभाग्यवश कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ. सभी कांवड़िएं पूरी तरह सुरक्षित हैं.
MP News: लगभग 30 दिनों के बाद बच्ची की तबीयत एक बार फिर बिगड़ी, लेकिन SNCU की सतर्क टीम ने समय रहते फिर इलाज शुरू कर बच्ची की जान बचाई. इलाज के 45 दिनों बाद बच्ची का वजन बढ़कर 1.380 किलोग्राम हो गया और जब सभी जरूरी स्वास्थ्य जांचें सामान्य आईं
MP News: बीजेपी विधायक शरद कोल ने ऐसी घटनाओं से सावधान रहने की जनता से अपील करते हुए कहा कि यह मामला सिर्फ एक आर्थिक धोखाधड़ी नहीं, बल्कि सत्ता की छवि का दुरुपयोग कर लोगों को फंसाने की नई चाल है
मध्यप्रदेश में पिछले की दिनों ने लगातार बारिश हो रही है, ऐसे में की जिलों में बाढ़ जैसे हालत बन गए है. मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. वहीं कई जगहों पर बाढ़ की भी चेतावनी दी है.
MP News: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के दो सरकारी स्कूलों में हुए पेंटिंग घोटाले पर बड़ा एक्शन लिया गया है. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया है. वहीं, इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी की नोटशीट भी सामने आ गई है.
Shahdol Paint Scam: ब्यौहारी के सकंदी गांव में स्थित हाई स्कूल के लिए 4 लीटर पेंट की खरीदी गई. जिसकी कीमत 784 रुपये बताई गई, लेकिन इसकी पुताई के लिए 168 मजदूरों और 65 राज मिस्त्री को काम पर लगाया गया
जयसिंहनगर के लिए राज्य सरकार ने 10 करोड़ रुपये की लागत से 50 बेड का नया अस्पताल बनवाया. अस्पताल कागजों पर तो आधुनिक सुविधाओं से लैस बताया गया. लेकिन सच्चाई ये है कि इस नए भवन में मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली बैकअप, ऑक्सीजन पाइपलाइन, दवा स्टोर, पर्याप्त स्टाफ तक उपलब्ध नहीं है.