Shardiya Navratri 2025 Darshan: इस शारदीय नवरात्रि करिए छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध देवी मंदिरों के दर्शन. इन सभी मंदिरों की अलग-अलग मान्यता है. जानिए इन मंदिरों के बारे में-
Navratri Vrat Food: अगर आप भी इस शारदीय नवरात्रि के मौके पर 9 दिनों का व्रत रखने वाले हैं तो आपको अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक कुछ चीजों को खाने से आपको कमजोरी महसूस नहीं होगी.
Navratri Kalash Sthapana Vidhi: नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना यानी घटस्थापना की जाती है. इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 22 सितंबर से हो रही है. ऐसे में जानते हैं कि कलश स्थापना का शुभ समय और सही विधि क्या है.
Shardiya Navratri 9 Days Bhog 2025: इस साल 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो रही है. नवरात्र के 9 दिनों में माता रानी के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होती है. माता रानी का आशीर्वाद पाने के लिए हर दिन उनका मनपसंद भोग लगाएं, जिससे वह प्रसन्न होंगी और आपकी हर मनोकामना पूरी होगी.
When is Shardiya Navratri 2025: इस साल 22 सितंबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. मां दुर्गा हाथी पर सवार हो कर आएंगी, जो बेहद शुभ माना जाता है. वहीं, इस बार नवरात्रि 9 नहीं बल्कि 10 दिनों की है. जानिए महाष्टमी और महानवमी की सही तिथि क्या है. साथ ही माता रानी का हाथी पर आना कितना शुभ है.
MP News: पकड़े गए युवक के मोबाइल की जांच की गई तो उसकी पोल खुल गई. मोबाइल में अभिव्यक्ति और टीजीएल गरबा में भाग लेने आई कई युवतियों के फोटो और वीडियो मिले.
MP News: आबकारी अधिकारियों के मुताबिक, मौजूदा वित्तीय वर्ष 33 समूह की 87 शराब दुकानों के ठेके 894 करोड़ में गए हैं. यानी साल भर में इन ठेकेदारों से 894 करोड़ की लाइसेंसी फीस सरकार लेगी.
MP News: मंदिर का इतिहास मां इच्छादेवी मंदिर के पुजारी देविदास के अनुसार यहां कई पीढ़ी अपनी सेवाएं दे रही हैं. एमपी महाराष्ट्र सीमा पर स्थित ग्राम इच्छापुर में मां इच्छादेवी का प्राचीन मंदिर है.
Chhattisgarh News: आज नवरात्र का पहला दिन है. नवरात्र के पहले दिन हम आपको बालोद जिले के झलमला स्थित गंगा मैया के धाम लिए चलते हैं. जहां सैकड़ो साल पहले का इतिहास मां गंगा मैया की नगरी में छिपा हुआ है. जहां माता के प्रकोप ने एक अंग्रेज का गुरूर चकनाचूर कर दिया.
MP News: देवास टेकरी पर स्थित माँ भवानी का मंदिर अपने चमत्कारी और जागृत रूप के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ माँ भवानी के दो स्वरूप, तुलजा भवानी (बड़ी माँ) और चामुण्डा देवी (छोटी माँ), प्रतिष्ठित हैं.