Shashi Tharoor: वॉशिंगटन डीसी में कांग्रेस सांसद शशि थरूर से उनके बेटे ईशान थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता पर तीखा सवाल किया.
अमेरिका में पत्रकारों से बात करते हुए थरूर ने कहा, "भारत को कोई समझाने-बुझाने की जरूरत नहीं थी. हमने पहले ही साफ कर दिया था कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद बंद करता है, तो हम भी जवाबी कार्रवाई रोकने को तैयार हैं. अगर अमेरिका ने पाकिस्तान को यह बात समझाई, तो यह उनका अच्छा प्रयास था, लेकिन भारत ने किसी के कहने पर कोई कदम नहीं उठाया."
हिलेरी क्लिंटन का ‘सांप’ वाला तंज थरूर ने अपनी बात को और मजबूत करने के लिए 2011 में अमेरिका की तत्कालीन विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के मशहूर बयान को याद दिलाया. हिलेरी ने तब पाकिस्तान में खड़े होकर कहा था, “आप अपने आंगन में सांप नहीं पाल सकते और ये उम्मीद नहीं कर सकते कि वो सिर्फ पड़ोसियों को काटेगा.”
Shashi Tharoor: थरूर की कूटनीतिक दक्षता और भारत के मजबूत तर्कों के बाद कोलंबिया सरकार ने अपने प्रारंभिक बयान को वापस ले लिया.
Shashi Tharoor: भारतीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए अपनी बात रखी.
थरूर ने कहा कि भारत की तरफ से ये साफ कर दिया गया है कि अगर इस तरह का हमला फिर हुआ तो भारत इसका मुंहतोड़ जवाब देगा. वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आतंकवाद की समस्या पाकिस्तान से शुरू होती है.
Congress on Shashi Tharoor: बुधवार को कांग्रेस की वर्किंग कमिटी की बैठक में भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर बनी सहमति पर चर्चा हुई. इसी दौरान लोकसभा सांसद शशि थरूर के हाल ही में दिए गए बयानों पर कांग्रेस पार्टी ने अपनी नाराजगी जताई.
शशि थरूर ने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी तरह की ज़िम्मेदारी को लेकर दबाव महसूस नहीं कर रहे. हालांकि, उन्होंने यह जरूर बताया कि केरल में कांग्रेस को एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है, जो पार्टी के कार्यकर्ताओं और सहयोगियों के बीच भी महसूस किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "यह मेरी जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन मैंने पार्टी को इस दिशा में सजग किया है. "
Shashi Tharoor Vs Congress: पार्टी से अनदेखी किए जाने को लेकर हाल ही में शशि थरूर ने दिल्ली में राहुल गांधी से उनकी मुलाकात की. मगर इस मुलाकात थरूर ने जो उमीदें लगाई थी वैसा कुछ नहीं हुआ. पार्टी में अपनी अनदेखी की शिकायत लेकर राहुल गांधी के से मिले थरूर को कोई समाधान नहीं मिला.
ललित मोदी ने कहा कि जब उन्होंने कोच्चि IPL टीम के साझेदारों के बारे में जानकारी ली, तो उन्हें यह समझ में आया कि यह टीम वित्तीय रूप से सही नहीं थी. इसके बावजूद सुनंद पुष्कर को बिना किसी योगदान के बड़ा हिस्सा दे दिया गया.