8 सितंबर को काठमांडू की सड़कें रणक्षेत्र बन गईं. स्कूल यूनिफॉर्म और किताबें हाथ में लिए हजारों छात्र संसद भवन की ओर बढ़े. ‘हामी नेपाल’ नाम के एनजीओ के अध्यक्ष सुदान गुरुंग ने इस प्रदर्शन को लीड किया. उनकी एक अपील ने लाखों युवाओं को सड़कों पर ला दिया. लेकिन शांतिपूर्ण प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया. पुलिस की गोलीबारी और झड़प में अब तक 34 लोगों की जान चली गई. इस खून-खराबे ने सुदान को झकझोर कर रख दिया.
Nepal Gen-Z Protest: Gen-Z आंदोलन की चिंगारी दो मिलेनियल्स ने भड़काई. जिनका नाम काठमांडू के मेयर बालेन शाह और सुदन गुरुंग है. इन्होंने ही इस आंदोलन को हवा दी, जिसके परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल को इस्तीफा देना पड़ा.