सुमित अंतिल का यह थ्रो न केवल उन्हें गोल्ड मेडल दिलाने में सफल रहा, बल्कि यह पैरालंपिक गेम्स के इतिहास (F64 वर्ग) का सर्वश्रेष्ठ थ्रो भी बन गया.