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Supreme Court

सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखी धारा 6A की वैधता, जानें अदालत के फैसले से क्या आएगा बदलाव

धारा 6A का उद्देश्य असम में 1 जनवरी 1966 से 25 मार्च 1971 के बीच बांग्लादेश से आने वाले प्रवासियों की नागरिकता से संबंधित मामलों को निपटाना है. इसके तहत, इन प्रवासियों को 1985 में संशोधित नागरिकता कानून के तहत पंजीकरण कराना आवश्यक है.

Goddess Of Justice

अब अंधा नहीं रहा कानून, न्याय की देवी की आंखों से हटी पट्टी, हाथ में तलवार की जगह संविधान

देश के सर्वोच्च न्यायलय में कानून की देवी के आंखों से काली पट्टी हटा दी गई है. वहीं उनकी हाथ में तलवार की जगह संविधान ने ले ली है.

सुप्रीम कोर्ट

जहरीली हुई दिल्ली की हवा! सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब-हरियाणा सरकार को जमकर सुनाया

सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को भी लताड़ा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पिछले तीन सालों में एक भी व्यक्ति पर मुकदमा नहीं चलाया गया है.

Supreme Court On Azam Khan

सपा नेता आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, CJI चंद्रचूड़ बोले- यह पद के दुरुपयोग का क्लीयर मामला

CJI DY Chandrachud: इस मामले की सुनवाई करते हुए CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को बरकरार रखा.

Supreme Court

Tirupati Laddu विवाद की जांच के लिए SC ने बनाई SIT, कहा- ये करोड़ों लोगों की आस्था का मामला

Tirupati Laddu: कोर्ट ने कहा कि अदालत को राजनीति का मैदान नहीं बनाया जा सकता. इस मामले की जांच के लिए एक नई टीम बनाई गई है.

Marital Rape

“यह सिर्फ एक सामाजिक समस्या है, कानूनी नहीं”, Marital Rape को अपराध मानने को तैयार नहीं केंद्र सरकार, सुप्रीम कोर्ट में दिया ये जवाब

केंद्र का यह भी तर्क है कि जो महिलाएं वैवाहिक बलात्कार की शिकार हैं, उनके लिए अन्य क़ानूनों में भी उचित उपाय उपलब्ध हैं. धारा 375 के अपवाद 2 को हटाने से विवाह की संस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, ऐसा सरकार का मानना है.

Tirupati Laddu Row

तिरुपति लड्डू की SIT जांच पर रोक, सुप्रीम कोर्ट के अगले आदेश तक करना होगा इंतजार

इस मामले में 25 सितंबर को FIR दर्ज की गई थी और 26 सितंबर को SIT का गठन कर जांच शुरू की गई. लेकिन जांच के बीच आंध्र प्रदेश सरकार को तब आलोचना का सामना करना पड़ा जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने के लिए मिलावटी घी के उपयोग के आरोपों का कोई ठोस आधार नहीं है.

Supreme Court

‘गरीब याचिकाकर्ता सिंघवी की फीस कैसे दे पा रहा है?’, बुलडोजर एक्शन पर SC में सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल ने कसा तंज

Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर एफआईआर दर्ज हो जाए तो कोई शख्स आरोपी है या दोषी, यह बुलडोजर एक्शन का आधार नहीं हो सकता है. इतना ही नहीं कोर्ट ने यह भी कहा कि अवैध निर्माण साबित होने पर वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए कुछ वक्त दिया जाना चाहिए.

Supreme Court On Bulldozer Action

“मंदिर हो या दरगाह, कोई भी धार्मिक इमारत…”, ‘बुलडोजर एक्शन’ पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ी टिप्पणी

इस पर जस्टिस गवई ने कहा कि हम एक धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था में हैं और अवैध निर्माण चाहे किसी का भी हो, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि कार्रवाई निष्पक्ष हो और किसी एक धर्म या समुदाय के खिलाफ न हो.

Atul Kumar

हाई कोर्ट से झटका, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने किया न्याय, दिहाड़ी मजदूर के बेटे को IIT में मिला दाखिला

Supreme Court: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक दिहाड़ी मजदूर के 18 वर्षीय बेटे अतुल कुमार ने अपनी आखिरी कोशिश में जेईई परीक्षा पास की थी. जिसके बाद उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में सीट मिला था.

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