7 अगस्त 2005 को सीपीएम के सदस्य सूरज ने बीजेपी जॉइन कर ली. लेकिन इस राजनीतिक बदलाव ने उसकी जिंदगी की उलझनों को और बढ़ा दिया. आरोपी सीपीएम कार्यकर्ताओं ने सूरज पर बम से हमला किया, फिर कुल्हाड़ी और छूरी से बेरहमी से उसे मार डाला.