इस शानदार तकनीक को भारत के वैज्ञानिकों ने तैयार किया है. सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CBRI) रुड़की और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (IIA) बेंगलुरु की टीमों ने दिन-रात मेहनत करके इस सिस्टम को डिज़ाइन किया.
Surya Tilak Technology In Ayodhya: सूर्य तिलक के नाम से शेयर की गई यह तस्वीरें जितनी सुर्खियों में हैं उससे अधिक सूर्य तिलक के लिए इस्तेमाल की गई टेक्नोलॉजी की बात हो रही है.