टंट्या मामा भील के जन्मदिन पर 15000 वर्ग स्क्वायर फीट में कलाकारों ने इस आकृति को बनाया है. विश्व की सबसे बड़ी इस आकृति को 6 कलाकारों ने मिलकर 2 दिन में बनाया है.