Operation Mahadev: पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के तीनों मुख्य आतंकवादियों को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन महादेव' के तहत मार गिराया है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि भारत ने अगर पानी रोका तो इसे जंग का ऐलान माना जाएगा. हम हर तरह की तैयारी कर चुके हैं.
पहलगाम आतंकी हमले में संदिग्ध खच्चर वाले को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. संदिग्ध की पहचान अयाज अहमद जंगल निवासी गोहिपोरा रैजन, गांदरबल के रूप में हुई है.
इंदौर के रहने वाले श्यामलाल पिछले 40 सालों से दरगाह की देखरेख कर रहे हैं. लेकिन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद उन्होंने दरहाग में सुरंदकांड का पाठ करवाया और फिर से हिंदू धर्म अपना लिया है.
असम के रहने वाले देबाशीष अपने परिवार के साथ कश्मीर घूमने गए थे. आतंकी हमले के दौरान वो कलमा पढ़ने वाली भीड़ में शामिल हो गए. इसके बाद आतंकवादी को देखकर जोर-जोर से कलमा पढ़ने लगे, जिसके बाद आतंकी वहां से चला गया.
एक अनुमान के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में हर साल पर्यटन उद्योग से 12 हजार करोड़ रुपये की कमाई होती है. लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में आने वाले कुछ दिनों तक कमी देखी जा सकती है.
अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें 28 लोगों की जान चली गई. हमले से पहले पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल सैयद आसिम मुनीर ने भड़काऊ और सांप्रदायिक भाषण दिया था.
MP News: शहीद जवान कबीर दास उईके मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिला अंतर्गत गांव पुलपुलडोह के रहने वाले थे. उन्होंने साल 2011 में सीआरपीएफ में नौकरी ज्वाइन की थी और चार साल पहले शादी हुई थी.
फारूक अब्दुल्ला ने आतंकी हमलों को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, "हमारे पड़ोसी के साथ अभी भी समस्याएं हैं. सैन्य कार्रवाई से ये समस्याएं हल नहीं होंगी. जब तक हम अपने पड़ोसियों से बात नहीं करेंगे, हम इसे हल नहीं कर सकते."
संतोष कुमार ने कहा, "मैं बस ड्राइवर के बगल में बैठा था और वाहन घने जंगलों से नीच की ओर आ रहा था, तभी मैंने देखा कि सेना जैसे कपड़े पहने और काले कपड़े में अपना चेहरा और सिर ढके एक व्यक्ति बस के सामने आया और अंधाधुंध गोलीबारी करने लगा. गोलीबारी में ड्राइवर को गली लगी और बस खाई में गिर गई."