पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी, लेकिन बीजेपी से मुकाबला करना आसान नहीं था. इस दौरान कांग्रेस ने ममता को समर्थन दिया, लेकिन कांग्रेस के अपने नेता राहुल गांधी ने बंगाल में रैलियां करने से मना कर दिया.
उपचुनाव में टीएमसी ने बीजेपी के गढ़ में भी सेंध लगाई. मदारीहाट सीट, जिसे बीजेपी की मजबूत पकड़ वाली सीट माना जाता था, पर इस बार टीएमसी ने जीत दर्ज कर बीजेपी को बड़ा झटका दिया. ममता बनर्जी का जादू यहां भी चला, और यह जीत टीएमसी के लिए बड़ी राजनीतिक सफलता मानी जा रही है.
Clash Between BJP-TMC In JPC Meeting: वक्फ बिल को लेकर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में तृणमूल कांग्रेस नेता कल्याण बनर्जी और बीजेपी सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय के बीच झड़प हो गई. इस झड़प में कल्याण बनर्जी चोटिल हो गए हैं.
Mamata Banerjee: सोमवार को राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बैठक की थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा का समय पास में हैं. इस वजह से हमें सतर्क रहने की जरूरत है.
पश्चिम बंगाल में ममता को बड़ा झटका, कोलकाता कांड के विरोध में TMC सांसद ने दिया इस्तीफा
तृणमूल कांग्रेस के सांसद कुणाल घोष ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर दावा किया कि बिक्रम भट्टाचार्जी को उचित उपचार नहीं मिला. हालांकि, अस्पताल ने इन आरोपों का खंडन किया.
गौरतलब है कि 9 सितंबर को आरजी कार हादसे का एक महीना पूरा हो जाएगा. महिला डॉक्टर का शव 9 अगस्त को आरजी कर के सेमिनार हॉल से बरामद किया गया था. महिला की बलात्कार के बाद हत्या की गई थी. इस घटना की पूरे प्रदेश और देश में प्रतिक्रिया हुई है.
Bengal Bandh: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगले हफ़्ते हम विधानसभा सत्र बुलाएंगे और बलात्कारियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित करने के लिए 10 दिनों के भीतर एक विधेयक पारित करेंगे.
Kolkata Bandh: हमलावर ने बीजेपी नेता की कार पर छह राउंड फायरिंग की. इस फायरिंग में कार का शीशा टूटकर गोली ड्राइवर को लगती है. प्रियांगु भी इस हमले में घायल हो जाते हैं. इस हमले में कुल दो लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.
अभिषेक ने कोलकाता रेप और हत्याकांड के इस हाई-प्रोफाइल मामले से खुद को दूर रखा है. उन्होंने सीबीआई से त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए दीदी की रैलियों और पदयात्राओं में भाग नहीं लेने का विकल्प चुना है.