Ramdev on US Tariff: रामदेव का मानना है कि भारत इस चुनौती को अवसर में बदल सकता है और अन्य देशों के साथ व्यापार बढ़ाकर टैरिफ के प्रभाव को कम कर सकता है.
ट्रंप का ये फैसला सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर सकता है. अमेरिका में स्टील की कीमतें पहले ही 984 डॉलर प्रति टन हैं, जो यूरोप (690 डॉलर) और चीन (392 डॉलर) से कहीं ज्यादा हैं. नए टैरिफ के बाद ये कीमतें 1,180 डॉलर तक पहुंच सकती हैं.
ट्रंप भले ही धमकियां दें. व्यापार बंद करने की बात कहें, लेकिन भारत को कोई टेंशन नहीं है. क्यों? क्योंकि भारत की ताकत आज किसी से छिपी नहीं है. भारत में एप्पल जैसी कंपनियां इसलिए आ रही हैं, क्योंकि यहां सस्ता प्रोडक्शन और बड़ा बाजार है.
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार का रिश्ता बहुत मजबूत है. 2024 में अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक पार्टनर था, और भारत का सबसे बड़ा पार्टनर भी वही था. दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 129.2 बिलियन डॉलर था.
भारत का विदेशी शराब बाजार 35 अरब डॉलर का है और यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है. इसमें डियाजियो (Diageo), पेरनोड रिकार्ड (Pernod Ricard) जैसे प्रमुख इंटरनेशनल ब्रांड्स की मजबूत उपस्थिति है.