CG GK: छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग में दिवाली त्योहार को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है. कहीं इसे सुरहुत्ती कहा जाता है तो कहीं इसे देवारी के नाम से जाना जाता है. छत्तीसगढ़ में दशहरा खत्म होते ही लोग देवारी की तैयारी में जुट जाते हैं. घरों में साफ सफाई की तैयारी शुरू हो जाती है. घरों के रंग रोगन के साथ पुताई का काम भी होता है.
CG News: दिवाली त्योहार का हर किसी को बेसर्बी से इंतजार है, पांच दिनों के इस त्योहार को बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. बता दें कि दिवाली हर साल कार्तिक अमावस्या की तिथि को मनाई जाती है. लेकिन छत्तीसगढ़ में एक ऐसा गांव है, जहां दिवाली 1 सप्ताह पहले से मनाई जाती है. हम बात कर रहे है, धमतरी जिले में स्थित सेमरा (भखारा) गांव की.
Chhattisgarh News: ऐतिहासिक बस्तर दशहरा में शामिल होने के लिए माँ दंतेश्वरी की डोली और छत्र जगदलपुर के लिए रवाना हुई. पुलिस जवानों ने माँ दंतेश्वरी की डोली को सलामी दी. इस बीच काफी बड़ी संख्या में लोग दंतेश्वरी माता के डोली और छत्र के दर्शन के लिए पहुंचे.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में पारंपरिक त्यौहारों का सिलसिला शुरू हो चुका है. अपनी पारंपरिक त्यौहारों और संस्कृति के लिए छत्तीसगढ़ आज पूरे विश्व भर में जाना जाता है, उसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में आज पोला तिहार मनाया जा रहा है.