उजाला ने कहा, '8 जून की रात सोनम वाराणसी में मेरे साथ बस में यात्रा कर रही थी. मैं उसे पहचान नहीं सकी. रात के करीब 11 बजे थे. उस वक्त मैं उसे नहीं जानती थी और उसके चेहरे को देखकर लग ही नहीं रहा था कि वो किसी का खून करके आई है.'