निषाद पार्टी ने भी इस राजनीतिक माहौल में सक्रियता दिखाई है. उन्होंने सपा और बीजेपी के खिलाफ अपने पोस्टर लगाए हैं, जिसमें लिखा गया है, "सत्ताईस का नारा, निषाद है सहारा." इससे पार्टी ने अपनी पहचान और वोट बैंक को मजबूत करने का प्रयास किया है.
सीएम योगी के "बंटेंगे तो कटेंगे" वाले बयान पर विपक्षी दलों, विशेषकर समाजवादी पार्टी, की ओर से तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
इस पोस्टर में अखिलेश यादव को संस्कृत में शुभकामनाएं भी दी गई हैं, जिसमें कहा गया है, "त्वं जीव शतं वर्धमानः जीवनं तव भवतु सार्थकम् इति सर्वदा मुदं प्रार्थयामहे जन्मदिवसस्य अभिनन्दनानि." इसका अर्थ है कि वह 100 वर्षों तक जीवित रहें और उनका जीवन उद्देश्यपूर्ण और खुशियों से भरा हो...
UP Politics: माना जा रहा है कि अपर्णा को यूपी महिला आयोग में उपाध्यक्ष पद मंजूर नहीं है. इसे लेकर सरकार और संगठन की तरफ से मान-मनोव्वल की कोशिशें की जा रही हैं
बीते शुक्रवार को AICC हेडक्वार्टर में रामपुर से संबंध रखने वाले एक यूपी कांग्रेस के नेता को कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने जमकर खरी खोटी सुनाई है.
Aparna Yadav: सूत्रों के मुताबिक, अपर्णा यादव राज्य महिला आयोग में उपाध्यक्ष का पद दिए जाने से नाराज हैं. हालांकि उन्होंने सार्वजनिक तौर पर इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया है.
बुलडोजर यूपी विधानसभा चुनाव में तो मुद्दा बना ही, लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक विरोधियों को भरपूर निशाना बनाया. प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा था, सपा और कांग्रेस वाले अगर सरकार में आये, तो रामलला को फिर से टेंट में भेज देंगे.
लोकसभा चुनाव में यूपी में खराब प्रदर्शन के बाद बीजेपी में 'गठन बड़ा या सरकार' पर विवाद छिड़ गया था. केशव प्रसाद मौर्य ने यहां तक कह दिया था कि कोई भी सरकार संगठन से बड़ा नहीं है. संगठन बड़ा है, बड़ा था और बड़ा रहेगा.
एक ओर जहां अवधेश प्रसाद के ऊपर अखिलेश की उम्मीदों पर फिर से खरा उतरने की जिम्मेदारी है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए ये प्रतिष्ठा की लड़ाई है. दरअसल, सीएम योगी ने मिल्कीपुर सीट की जिम्मेदारी खुद ली है.
खबर ये भी है कि केशव प्रसाद मौर्य की पीएम मोदी से करीब तीन दिन पहले ही मुलाकात हुई थी. सूत्रों के मुताबिक केशव मौर्य ने पीएम मोदी को यूपी में बीजेपी का हालात की जानकारी दी है.