अखिलेश यादव ने कहा कि हम समाजवादी लोग हैं, हमें नेताजी ने जो रास्ता दिखाया, उस रास्ते पे चल रहे हैं. जनेश्वर मिश्र हम लोगों को जो सिखा के गए हैं, उसी के अनुसार काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग नफरत की दुर्गंध हैं. मैं कन्नौज के सुगंध वाले लोगों से कहूंगा कि ये दुर्गंध को हटाएं. अभी तो थोड़ी हटाई है अगली बार पूरी तरह स हटा दो.
अध्यक्ष महाना ने एकदम से कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा, “यह हमारी विधानसभा है, और ये गंदगी बिल्कुल नहीं चलेगी!” उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन जो यह कृत्य कर रहा था, उसे खुलेआम चुनौती दी कि वह खुद आकर यह बताए कि उसने ऐसा क्यों किया?
महाकुंभ में विभिन्न जातियों और वर्गों के लोग संगम में एक साथ स्नान कर रहे हैं, और इस सांस्कृतिक मेलजोल को सामाजिक समता का सबसे बड़ा उदाहरण बताया जा रहा है. योगी आदित्यनाथ ने इसे “आस्था, समता और एकता का महासमागम” कहा है.
इस विवाद में अब कांग्रेस भी कूद पड़ी है. यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आशीष पटेल को कांग्रेस में शामिल होने का निमंत्रण दिया है. अजय राय ने यह भी आरोप लगाया कि योगी सरकार एसटीएफ का इस्तेमाल मंत्रियों को डराने के लिए कर रही है.
अखिलेश यादव ने यूपी में कांग्रेस के साथ अपने गठबंधन को लेकर भी विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा, "कांग्रेस को धीरे-धीरे यह समझ में आएगा कि समाजवादी पार्टी की रणनीति ही बीजेपी को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है."
निषाद पार्टी ने भी इस राजनीतिक माहौल में सक्रियता दिखाई है. उन्होंने सपा और बीजेपी के खिलाफ अपने पोस्टर लगाए हैं, जिसमें लिखा गया है, "सत्ताईस का नारा, निषाद है सहारा." इससे पार्टी ने अपनी पहचान और वोट बैंक को मजबूत करने का प्रयास किया है.
सीएम योगी के "बंटेंगे तो कटेंगे" वाले बयान पर विपक्षी दलों, विशेषकर समाजवादी पार्टी, की ओर से तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
इस पोस्टर में अखिलेश यादव को संस्कृत में शुभकामनाएं भी दी गई हैं, जिसमें कहा गया है, "त्वं जीव शतं वर्धमानः जीवनं तव भवतु सार्थकम् इति सर्वदा मुदं प्रार्थयामहे जन्मदिवसस्य अभिनन्दनानि." इसका अर्थ है कि वह 100 वर्षों तक जीवित रहें और उनका जीवन उद्देश्यपूर्ण और खुशियों से भरा हो...
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बीते शुक्रवार को AICC हेडक्वार्टर में रामपुर से संबंध रखने वाले एक यूपी कांग्रेस के नेता को कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने जमकर खरी खोटी सुनाई है.