संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 31 जुलाई को उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी थी और उन्हें भविष्य की परीक्षाओं से वंचित कर दिया था. खेडकर ने कथित तौर पर आरक्षण लाभ पाने के लिए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, 2022 के लिए अपने आवेदन में गलत जानकारी दी थी.
UPSC Lateral Entry: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि महत्वपूर्ण पदों पर लेटरल एंट्री के जरिए भर्ती कर खुलेआम SC, ST और OBC वर्ग का आरक्षण छीना जा रहा है.
UPSC: यूपीएससी ने 17 अगस्त को एक विज्ञापन जारी किया, जिसमें लेटरल एंट्री के जरिए 45 जॉइंट सेक्रेटरी, डिप्टी सेक्रेटरी और डायरेक्टर लेवल की भर्तियां निकालीं.
Rahul Gandhi: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ने सोमवार (19 अगस्त) को एक पोस्ट में कहा, "लेटरल एंट्री दलित, ओबीसी और आदिवासियों पर हमला है. बीजेपी का तोड़-मरोड़कर पेश किया गया वर्जन संविधान को नष्ट करना और बहुजनों से आरक्षण छीनना चाहता है.
सोशल मीडिया पोस्ट वायरल होने के बाद कुछ प्रोबशनर्स और कुछ सेवारत अधिकारियों के विकलांगता प्रमाण पत्र अब जांच के दायरे में आ गए हैं. पूजा खेडकर पर फर्जीवाड़े के आरोप के बाद यूपीएससी ने ट्रेनी आईएएस की नियुक्ति रद्द कर दी है.
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कथित तौर पर 19 जुलाई को खेडकर पर सिविल सेवा परीक्षा में अपनी उम्मीदवारी सुरक्षित करने के लिए विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (गैर-क्रीमी लेयर) कोटा का दुरुपयोग करने के लिए मामला दर्ज किया था.
Preeti Sudan: प्रीति सूदन ने कोविड-19 महामारी से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सूदन ने इससे पहले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप में भी काम किया है और महिला एवं बाल विकास तथा रक्षा मंत्रालयों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है.
राष्ट्रीय प्रवासी मंच ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है. याचिका में दिल्ली सरकार, एमसीडी और राव के कोचिंग सेंटर को पक्ष बनाया गया है. याचिका में मांग की गई है कि छात्रों की सुरक्षा और प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाए.
पूजा खेडकर पर ओबीसी और विकलांगता कोटे का दुरुपयोग कर आईएएस पद प्राप्त करने का आरोप लगा है.