Vinod Kumar Shukla: विनोद कुमार शुक्ल को साल 2024 में दीर्घकालीन और विशिष्ट साहित्यिक योगदान के लिए 59वां ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया था.
विनोद कुमार शुक्ल जब B.Sc की पढ़ाई कर रहे थे, उस दौरान वे हिंदी निबंध और ऑर्गेनिक कमेस्ट्री में फेल हो गए थे. इसके कारण उनके टीचर ने बहुत डांटा था. टीचर ने शुक्ल से कहा कि तुम क्या लिखते हो समझ में नहीं आता है.