एक ओर जहां अवधेश प्रसाद के ऊपर अखिलेश की उम्मीदों पर फिर से खरा उतरने की जिम्मेदारी है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए ये प्रतिष्ठा की लड़ाई है. दरअसल, सीएम योगी ने मिल्कीपुर सीट की जिम्मेदारी खुद ली है.