गांव के ही शाहिद मियां पर गंभीर इल्जाम लगाए गए हैं. जावेद का दावा है कि शाहिद हर साल दरगाह पर होने वाले उर्स मेले और चढ़ावे से मिलने वाली रकम में भारी हेराफेरी कर रहे हैं. लाखों रुपये की इस आमदनी का कोई हिसाब-किताब नहीं रखा गया है. इससे न केवल दरगाह की पवित्रता पर सवाल उठ रहे हैं, बल्कि वक्फ संपत्ति के प्रबंधन की पारदर्शिता भी संदेह के घेरे में है.
दिल्ली की ओखला सीट से पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान पर वक्फ की प्रॉपर्टी से जुड़े केस में मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा है.