श्वेत पत्र में कहा गया कि यूपीए को एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी, लेकिन 10 वर्षों में इसे गैर-निष्पादित अर्थव्यवस्था बना दिया गया.
सूत्रों ने बताया कि इसमें उस समय उठाए जा सकने वाले सकारात्मक कदमों के प्रभाव के बारे में भी बात की जाएगी.