शुरुआती दौर में ये एटीएम आज के एटीएम से काफी अलग थे. तब न तो चिप वाले कार्ड होते थे और न ही आपको चार अंकों का पिन डालना होता था. ग्राहक बैंक से एक खास तरह का वाउचर लेते थे, जिस पर रेडियोएक्टिव कार्बन-14 की निशानी होती थी.