बात करें आम ज़ूनोटिक बीमारियों की, तो रेबीज का खतरा अभी भी बरकरार है. बागपत जिले में ही हर दिन 250 से ज़्यादा लोग सरकारी अस्पतालों में एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगवा रहे हैं. अगर निजी अस्पतालों के आंकड़े भी मिला दें, तो यह संख्या 400 के पार पहुंच जाती है.