हालांकि, दिल्ली पुलिस ने अपने जवाब में विनेश और साक्षी के सभी आरोपों को खारिज कर दिया. नई दिल्ली के डीसीपी दिल्ली देवेश महला ने कहा, "पीएसओ को फायरिंग और प्रशिक्षण अभ्यास के लिए बुलाया गया था."