यशवंत सिंह ने पत्रकारिता के मौजूदा हालात पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा, "आजकल पत्रकारिता में बीच का कोई रास्ता नहीं बचा है. या तो आप बिक जाओ, या फिर जेल जाने के लिए तैयार रहो. दिल्ली पुलिस का स्तर पहले कभी इतना गिरा हुआ नहीं था."