उत्तर प्रदेश के आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री सुनील कुमार शर्मा और समाज कल्याण राज्य मंत्री संजय गोंड आए हैं. दोनों मंत्रियों ने मुख्यमंत्री साय से मुलाकात की और उन्हें आमंत्रण पत्र, गंगा जल और कुंभ का प्रतीक चिन्ह सौंप कर उन्हें महाकुंभ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया.
योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी दी कि जिन्होंने समाज को बांटने की योजना बनाई है, वे एक दिन कट जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि यह लोग विदेशों में संपत्ति खरीद कर रखते हैं और संकट आने पर यहां से भाग जाएंगे, जबकि देश में संकट का सामना करने वाले आम लोग होंगे."
सीएम योगी ने आगे कहा कि यह जीत न केवल भाजपा की राजनीतिक ताकत को साबित करती है, बल्कि उत्तर प्रदेश में बेहतर शासन और विकास की दिशा में जनता के भरोसे को भी दिखाती है.
जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने 'कटेंगे तो बंटेंगे' का नारा दिया था, तब केशव प्रसाद मौर्य ने इससे किनारा कर लिया था. उन्होंने कहा था कि वे नहीं जानते की सीएम ने ये बात क्यों कही पर ये नारा हमारा नहीं है.
मौर्य ने कहा कि उनका नारा हमेशा से "एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे" रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांत से मेल खाता है.
विश्लेषकों के अनुसार, बीजेपी का उद्देश्य हिंदू समाज में एकता लाकर चुनावी लाभ हासिल करना है. राज्यवार चुनावों में जातीय राजनीति का असर बढ़ता जा रहा है, और बीजेपी इसे अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश कर रही है.
योगी आदित्यनाथ का "बंटेंगे तो कटेंगे" नारा अब महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा विवाद बन चुका है. जहाx कुछ नेता इसे एकता और मजबूती की ओर इशारा मानते हैं, वहीं कई अन्य इसका विरोध कर रहे हैं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयानों पर कहा कि अब उनकी भाषा बदल गई है. उन्होंने कहा, "मन की कुटिलता ही वचन की कटुता बनती है. जो लोग खुद पर से सच्चे मुकदमे हटवाकर दूसरों पर झूठे मुकदमे लगाते हैं, उन्हें कम ही बोलना चाहिए ताकि उनकी सच्चाई छुपी रह सके."
Maharashtra Assembly Election 2024: चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी दलों का गठबंधन महाअघाड़ी नहीं बल्कि महाअनाड़ी गठबंधन है.
CM Yogi: झारखंड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि औरंगजेब ने देश को लूटा था, मंदिरों को नष्ट किया था उसी तरह झारखंड मुक्ति मोर्चा का एक मंत्री था आलमगीर आलम जिसके घर से नोटों की गड्डियां मिली थीं.