जानें क्या है e-SIM? और कैसे करता है काम
e-SIM: स्मार्टफोन नेटवर्क तकनीक बदल रही है और इसी बदलाव का नाम है e-SIM. यह अब कई नए और प्रीमियम फोन्स में मिलने लगी है.
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किशन डंडौतिया
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Last Updated: Dec 15, 2025 04:31 PM IST
e-SIM एक वर्चुअल सिम होती है जो डिवाइस के अंदर ही लगी रहती है. इसमें प्लास्टिक सिम कार्ड डालने या निकालने की जरूरत नहीं होती.
e-SIM को टेलीकॉम कंपनी डिजिटल तरीके से एक्टिवेट करती है. यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित मानी जाती है.
e-SIM फोन की सेटिंग्स से ही एक्टिव हो जाती है. कॉल, मैसेज और डेटा की सुविधा सामान्य सिम जैसी ही मिलती है.
भारत में जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया e-SIM सपोर्ट देते हैं. इससे नेटवर्क बदलना आसान हो जाता है.
e-SIM का बड़ा फायदा है बिना सिम बदले नेटवर्क स्विच करने की सुविधा. साथ ही सिम खोने या खराब होने का डर नहीं रहता.
सिम ट्रे न होने से फोन ज्यादा वाटर और डस्ट रेजिस्टेंट बनता है. कंपनियों को बड़ी बैटरी या नए फीचर्स के लिए जगह मिलती है.
e-SIM की कमी यह है कि फोन खराब होने पर नंबर ट्रांसफर आसान नहीं होता. इसके लिए कंपनी से दोबारा एक्टिवेशन कराना पड़ता है.
सुरक्षा के मामले में e-SIM और फिजिकल सिम लगभग बराबर हैं. मोबाइल नेटवर्क पर डेटा एन्क्रिप्टेड रहता है.