कॉल मर्जिंग स्कैम क्या होता है? जानिए इस नए साइबर फ्रॉड से कैसे बचें
कॉल मर्जिंग से होने वाले स्कैम से कैसे बचें
Call Merging Scam: हर दिन साइबर अपराधी नए-नए स्कैम लेकर आ रहे हैं. अब एक नया स्कैम सामने आया है, कॉल मर्जिंग स्कैम (Call Merging Scam). हाल ही में UPI ने अपने आधिकारिक X (Twitter) हैंडल पर एक पोस्ट करके इस स्कैम के खतरे के बारे में आगाह किया है. लेकिन ये कॉल मर्जिंग स्कैम है क्या? और इससे बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए?
क्या है कॉल मर्जिंग स्कैम?
इस स्कैम में साइबर अपराधी आपको एक फेक कॉल करता है और कहता है कि आपका नंबर उसे आपके किसी दोस्त ने दिया है. वह किसी जॉब अपॉर्चुनिटी, लॉटरी, रिवॉर्ड या किसी अन्य ऑफर का लालच देकर बात करता है. जिसके बाद वह आपको किसी दोस्त से जुड़ने के लिए कॉल मर्ज करने को कहेगा लेकिन असल में, जब आप कॉल मर्ज करते हैं, तो आपके फोन पर आने वाला OTP देख लेता है. OTP किसी बैंकिंग ट्रांजैक्शन, सोशल मीडिया लॉगिन या किसी और प्लेटफॉर्म से जुड़ा हो सकता है.
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इस तरह के साइबर अपराधी आपके बैंक अकाउंट, डिजिटल वॉलेट, सोशल मीडिया अकाउंट या अन्य ऑनलाइन प्रोफाइल तक एक्सेस हासिल कर सकते हैं जिससे आपको बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है.
कैसे काम करता है कॉल मर्जिंग स्कैम?
- फेक कॉल आती है: स्कैमर आपको कॉल करेगा और कहेगा कि आपके दोस्त ने उसका नंबर दिया है. किसी जॉब ऑफर, लॉटरी या अन्य किसी ऑफर का लालच देकर आपकी रुचि बढ़ाता है.
- कॉल मर्ज करने की बात: साइबर अपराधी आपको आपके किसी दोस्त से कॉल कर मर्ज करने का दबाव डालेगा.
- OTP चोरी: अपराधी एक ऑटोमेटेड कॉल सेट करता है, जो आपके बैंक या सोशल मीडिया अकाउंट से OTP रिक्वेस्ट करता है. और जैसे ही आप कॉल मर्ज करते हैं, वह OTP सुन लेता है.
- अकाउंट एक्सेस कर लेता है: OTP के जरिए अपराधी आपका बैंक अकाउंट, सोशल मीडिया या अन्य डिजिटल प्रोफाइल में लॉग इन कर लेता है.जिसके बाद वह आपका पैसा निकाल सकता है और भी आपकी निजी जानकारी चुरा सकता है.
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इससे बचने के लिए क्या करें?
- अनजान कॉल्स को अवॉइड करें: अगर कोई अनजान व्यक्ति कॉल करके खुद को आपका दोस्त बताता है या किसी स्कीम में निवेश करने को कहता है, तो सतर्कता के साथ आगे बढ़ें, और बिना पुष्टि किए कॉल मर्ज न करें.
- OTP किसी के साथ साझा न करें: OTP आपके निजी उपयोग के लिए होता है. इसे शेयर नहीं करना चाहिए. OTP केवल बैंक या आधिकारिक संस्थानों द्वारा ही उपयोग किया जाता है, आपको किसी व्यक्ति को OTP देने की जरूरत नहीं होती है.
- फेक कॉल्स की पहचान: अगर कोई व्यक्ति आपको कॉल पर OTP मांगता है, तो यह स्कैम है. किसी अनजान नंबर से आने वाली कॉल को तुरंत डिसकनेक्ट करे ब्लॉक कर देना चाहिए.
- UPI और बैंकिंग सिक्योरिटी को स्ट्रॉंग करें: UPI और बैंकिंग एप्स में मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें. अगर कोई अनजान ट्रांजैक्शन दिखे तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें.
- साइबर सिक्योरिटी अपडेटेड रखें: अपने फोन और लैपटॉप में लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट और एंटीवायरस इंस्टॉल जरूर करें. आज के समय में साइबर अपराधी लगातार नए तरीके आजमा रहे हैं, इसलिए अपडेट रहना जरूरी है.
अगर आप स्कैम का शिकार हो जाएं तो क्या करना चाहिए?
अगर आप कॉल मर्जिंग स्कैम का शिकार बनते हैं तो तुरंत बैंक या संबंधित प्लेटफॉर्म की कस्टमर केयर से संपर्क करें और अपनी अकाउंट सुरक्षा सुनिश्चित करें. आप साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी कॉल कर सकते हैं या साइबर क्राइम से बचाव के लिए सरकार की आधिकारिक वेबसाइट (https://cybercrime.gov.in/) पर तत्काल शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. इसके साथ ही अपने बैंक अकाउंट, UPI, और सोशल मीडिया अकाउंट्स का पासवर्ड तुरंत बदल लें.
कॉल मर्जिंग स्कैम एक नया और खतरनाक साइबर फ्रॉड है, जिसका उद्देश्य आपकी पर्सनल जानकारी और OTP को चुराना है. यह स्कैम आपकी बैंकिंग सेवाओं, सोशल मीडिया अकाउंट्स और अन्य डिजिटल प्रोफाइल्स को खतरे में डाल सकता है. इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप सतर्क रहें, अनजान कॉल्स को अवॉइड करें, और अपनी डिजिटल सुरक्षा को मजबूत बनाएं.