हेल्थ पाॅलिसी लेते वक्त इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो क्लेम में होगी परेशानी

Health Insurance: हेल्थ पॉलिसी लेने से पहले इन बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है ताकि बाद में किसी तरह की परेशानी न हो. हेल्थ इंश्योरेंस आज के समय की एक बहुत बड़ी जरूरत बन चुका है
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हेल्थ पॉलिसी

Health Insurance: आज के समय में बढ़ती महंगाई के चलते किसी भी तरह का इलाज महंगा हो गया है. ऐसे में एक अच्छी हेल्थ पॉलिसी होना बड़ा मददगार हो सकता है. हेल्थ पॉलिसी लेने से पहले इन बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है ताकि बाद में किसी तरह की परेशानी न हो. हेल्थ इंश्योरेंस आज के समय की एक बहुत बड़ी जरूरत बन चुका है, और सही पॉलिसी का चुनाव करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि इसे लेना.

हेल्थ पॉलिसी लेने से पहले इन बातों पर दें ध्यान

सम इंश्योर्ड को सही चुनें

सम इंश्योर्ड वो राशि होती है, जो इंश्योरेंस कंपनी आपके या आपके परिवार के इलाज के लिए भुगतान करेगी. महंगाई और इलाज के बढ़ते खर्चों को देखते हुए, ऐसी पॉलिसी चुनना चाहिए जिसमें सम इंश्योर्ड की राशि पर्याप्त हो.

वेटिंग पीरियड की जानकारी लें

हर हेल्थ पॉलिसी में एक वेटिंग पीरियड होता है. इसका मतलब है कि पॉलिसी लेने के तुरंत बाद आप कुछ बीमारियों का क्लेम नहीं कर सकते. अलग-अलग बीमारियों के लिए यह समय 1 से 4 साल के बीच हो सकता है. पहले से मौजूद बीमारियों के लिए भी वेटिंग पीरियड 2 से 4 साल के बीच का होता है.

नेटवर्क हॉस्पिटल की लिस्ट देखें

हर इंश्योरेंस कंपनी के पास एक नेटवर्क हॉस्पिटल की लिस्ट होती है, जहाँ आप कैशलेस इलाज करवा सकते हैं. इस लिस्ट में आपके पसंदीदा अस्पताल हैं कि नहीं इस बात की पहले ही जांच कर लें.

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सब-लिमिट्स को समझें

इलाज के खर्चों पर कुछ पॉलिसियों में सब-लिमिट्स लगी होती हैं, जैसे कि कमरे के किराए या कुछ खास बीमारियों के इलाज पर. को-पेमेंट का मतलब है कि क्लेम के समय आपको बिल का कुछ हिस्सा खुद भरना होगा. ऐसी शर्तें मुश्किल वक्त में आप पर भारी पड़ सकती हैं.

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