EPFO Rule Change: ईपीएफओ ने बदले 5 नियम, जानिए कैसे पड़ेगा आप पर असर
EPFO New Rules: EPFO ने स्पष्ट किया है कि जिन कर्मचारियों ने अपने वास्तविक वेतन के आधार पर EPS में योगदान दिया है और वो स्वीकार हुआ है, वो अब उच्च पेंशन के हकदार होंगे.
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने हाल ही में PF और EPS के नियमों में कई अहम बदलाव किए हैं. ये बदलाव EPFO के मनी विड्रोल पॉलिसी से संबंधित हैं.
EPFO ने EPS पेंशनभोगियों के लिए केंद्रीकृत पेंशन भुगतान प्रणाली CPPS की शुरुआत की है. इसके तहत, पेंशनभोगी किसी भी बैंक शाखा से अपने पैसे निकाल सकते हैं.
अगर किसी व्यक्ति की नौकरी चली जाती है या वो नौकरी छोड़ देता है तो वो 36 महीने पूरे होने के बाद ही ईपीएस राशि निकाल सकेगा. पहले ये अवधि 2 महीने थी.
EPS-95 के तहत, वर्तमान न्यूनतम पेंशन प्रतिमाह 1,000 रुपये है, जो लगभग 11 साल पहले तय की गई थी. जिसे अब बढ़ाने की तैयारी की जा रही है.
EPFO और श्रम मंत्रालय ने संकेत दिया है कि EPS-95 योजना की व्यापक समीक्षा जल्द ही पूरी की जाएगी. जिसके बाद योजना को अपडेट किए जाने की संभावना है.
श्रम संबंधी संसदीय स्थायी समिति ने EPFO से इस राशि में वृद्धि की सिफारिश की है. अनुमान है कि आने वाले महीनों में न्यूनतम पेंशन में वृद्धि की जा सकती है.
EPFO ने स्पष्ट किया है कि जिन कर्मचारियों ने अपने वास्तविक (उच्च) वेतन के आधार पर EPS में योगदान दिया है और वो स्वीकार हुआ है, वो अब उच्च पेंशन के हकदार होंगे.
PF और EPS से जुड़े सभी नियम 13 अक्टूबर से प्रभावी है और EPFO के सभी सदस्य इन नियमों का लाभ ले सकतें है.