रेपो रेट में कटौती से होम लोन पर मिलेगी राहत! जानिए कैसे बेहतर क्रेडिट स्कोर से कम हो सकती है होम लोन की ब्याज दर
Credit Score
Credit Score: 9 अप्रैल को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की घोषणा की, जिससे यह 6.25% से घटकर 6% हो गया है. इस फैसले का सीधा फायदा उन लोगों को मिलेगा जो होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं या पहले से होम लोन ले चुके हैं. दरअसल, रेपो रेट में कटौती का असर सीधे तौर पर लोन की ब्याज दरों पर पड़ता है, जिससे ईएमआई (EMI) कम हो सकती है.
क्रेडिट स्कोर से होगी कम ब्याज दर
अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आप इस मौके का और भी बेहतर फायदा उठा सकते हैं. क्रेडिट स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का सूचक होता है. आमतौर पर 750 या उससे अधिक स्कोर को अच्छा माना जाता है. ऐसा स्कोर यह दर्शाता है कि आप समय पर अपने लोन और क्रेडिट कार्ड के भुगतान करते हैं, जिससे बैंक आपको कम जोखिम वाला ग्राहक मानते हैं.
होम लोन की ब्याज दर कम करवाने के उपाय
- बैंक से पुनः बातचीत करें: अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 या उससे अधिक हो गया है, तो आप अपने बैंक से ब्याज दर कम करने की मांग कर सकते हैं. बैंक अक्सर पुराने और अच्छे ग्राहकों को बनाए रखने के लिए इस पर विचार करते हैं.
- बैलेंस ट्रांसफर करें: अगर वर्तमान बैंक ब्याज दर कम नहीं करता है, तो आप अपना लोन किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं, जो कम दर पर लोन दे रहा हो. हालांकि, इसमें कुछ शुल्क जुड़ सकते हैं.
- लोन ओवरड्राफ्ट सुविधा: कुछ बैंक OD (ओवरड्राफ्ट) सुविधा प्रदान करते हैं, जिसमें आप अतिरिक्त राशि जमा कर ब्याज बचा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर उसे निकाल भी सकते हैं.
- लोन सलाहकार की मदद लें: किसी अच्छे वित्तीय सलाहकार से संपर्क करना भी फायदेमंद हो सकता है. भले ही इसमें कुछ फीस लगे, लेकिन लंबे समय में यह आपकी बचत को बढ़ा सकता है.
यह भी पढ़ें: SIP में इन्वेस्ट करके बनना चाहते हैं करोड़पति? अपनाएं ये टिप्स
क्रेडिट स्कोर सुधारने के आसान तरीके
- समय पर EMI और बिल भुगतान करें – यह सबसे अहम है.
- क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सीमित रखें – 30% से कम क्रेडिट लिमिट का उपयोग करना आदर्श होता है.
- नए लोन के लिए बार-बार आवेदन करने से बचें – इससे क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
- क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित जांच करें – अगर कोई गलती हो तो तुरंत सुधार करवाएं.