Gold Rate in Pakistan: भारत में सस्ता में हो रहा सोना, पाकिस्तान में गोल्ड के रेट उड़ा देंगे होश, जानिए भाव

India vs Pakistan gold price: भारत में हाल ही में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिला है. इसका कारण है देश की स्थिर आर्थिक स्थिति और महंगाई पर नियंत्रण.
India vs Pakistan gold price

भारत के मुकाबले पाकिस्तान में सोना ज्यादा महंगा

India vs Pakistan gold price: भारत और पाकिस्तान में सोने की कीमतों में इस समय बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है. यहां भारत में सोने के रेट में हल्की गिरावट दर्ज की गई है, वहीं पाकिस्तान में इसके भाव में तेजी बनी हुई है. दोनों देशों में 1 तोला सोने की कीमत को लेकर लोगों में खास दिलचस्पी देखी जा रही है.

भारत में इतनी है सोने की कीमत

भारत में हाल ही में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. इसका कारण है देश की स्थिर आर्थिक स्थिति और महंगाई पर नियंत्रण. रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 1,20,419 रुपए प्रति 10 ग्राम है. वहीं एक तोला लगभग 11.66 ग्राम के बराबर होता है तो इसलिए 24 कैरेट सोने के एक तोले की कीमत 1,39,839.68 है. 22 कैरेट वाले प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 1,10,300 रुपये है.

पाकिस्तान में सोने की कीमत

रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल के दिनों में पाकिस्तान में भी सोने के कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. बावजूद इसके, पाकिस्तान में 24 कैरेट सोने के एक तोले की कीमत लगभग 4,20,500 पाकिस्तानी रुपए है. वहीं 10 ग्राम सोने की कीमत 3,60,520 पाकिस्तानी रुपए है.

पाकिस्तान में सोने का भाव ज्यादा होने का कारण

पाकिस्तान में सोने का भाव ज्यादा होने का कारण है वहां की महंगाई और आर्थिक अस्थिरता. बता दें कि अमेरिका डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान रुपए काफी कमजोर है. इस वजह से सोने की कीमत इतनी ज्यादा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमत डॉलर में तय होती है. इस वजह से कमजोर रुपए से घरेलू लागत में सीधे तौर पर वृद्धि देखने को मिलती है और चीजें महंगी हो जाती हैं.

ये भी पढ़ें-CIBIL Score Check: सिबिल स्कोर के आधार पर आपको मिलेगा लोन, घर बैठे ऐसे चेक करें अपना Cibil Score

इस वजह से भारत में सोना है सस्ता

भारत में अगर पाकिस्तान के अपेक्षा सोने का भाव कम है तो, इसके पीछे की वजह है यहां की मौद्रिक नीतियां, मजबूत मुद्रा स्थिति और महंगाई दर सामान्य होना. वहीं पाकिस्तान आर्थिक मंदी, सीमित विदेशी मुद्रा भंडार, बढ़ते आयात बिल और जीवन यापन की उच्च लागत जैसी परेशानियों से जूझ रहा है.

ज़रूर पढ़ें