इस जगह बिना हेलमेट के भी धड़ल्ले से चला सकते हैं बाइक! नहीं कटेगा चालान, जानिए क्यों और कहां लागू है यह नियम
Traffic Rules: भारत में ट्रैफिक नियमों का पालन करना हम सभी के लिए ज़रूरी है, लेकिन एक ऐसा भी शहर है जहां लोग बिना हेलमेट के बाइक चला सकते हैं. आपको लग रहा होगा, “क्या सच में?” हां, सच है! और ये छूट किसी और को नहीं, बल्कि सिख समुदाय के लोगों को मिली है. सोचिए, एक ओर जहां आम लोग हेलमेट पहनने में परेशान रहते हैं, वहीं सिख भाई लोग बिना हेलमेट के सड़कों पर फर्राटा मारते हैं.
सिख समुदाय और पगड़ी का टॉप सीक्रेट
अब सवाल उठता है, ये कैसे हुआ? तो भाई, सिख समुदाय के लोग जो अपनी पगड़ी पहनते हैं, वो सिर की सुरक्षा के लिए किसी हेलमेट से कम नहीं होती. पगड़ी सिर पर एक से बढ़कर एक परतों में बंधी होती है, जो किसी हेलमेट से भी ज्यादा मजबूत है. मतलब, अगर पगड़ी है तो सिर की चिंता नहीं. ऐसे में सिख समुदाय के लोग बिना हेलमेट के बाइक चला सकते हैं, और पुलिस भी उनका कुछ नहीं कर सकती. समझ लीजिए, ये पगड़ी एक तरह से ‘फ्री पास’है.
पगड़ी की सुरक्षा, हेलमेट का मजा
अब अगर पगड़ी इतनी मज़बूत है, तो हेलमेट क्यों पहनना? पगड़ी से सिर की सुरक्षा होती है, जैसे हेलमेट का काम है. और अगर सिख भाई बिना हेलमेट के निकलते हैं, तो वो न सिर्फ अपनी पारंपरिक पहचान बनाए रखते हैं, बल्कि सिर की भी पूरी सुरक्षा करते हैं. अब इससे बेहतर क्या हो सकता है? हेलमेट तो बस एक फॉर्मलिटी बन जाती है.
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मेडिकल मामलों में भी छूट
लेकिन रुकिए, सिख भाई ही क्यों? कोई भी शख्स जिसे हेलमेट पहनने में कोई मेडिकल समस्या हो, जैसे सिर में चोट या कोई बीमारी, तो उसे भी हेलमेट पहनने से छूट मिल जाती है. हां, ये सिर्फ उन लोगों के लिए है जिनकी हेलमेट पहनने की स्थिति नहीं है. पुलिस इन्हें भी रोक नहीं सकती और न ही चालान काट सकती है.
5000 रुपये का जुर्माना और लाइसेंस भी जाएगा!
अब ज़रा गंभीर बात भी कर लेते हैं. अगर आप हेलमेट के बिना बाइक चला रहे हैं, तो तैयार हो जाइए 5000 रुपये का जुर्माना भरने के लिए. साथ में तीन साल तक का ड्राइविंग लाइसेंस भी निलंबित हो सकता है. इतना ही नहीं, अगर आपने हेलमेट पहना नहीं, तो पुलिस चालान काट देगी.
बच्चों और सवारियों के लिए भी हेलमेट जरूरी
ताजा नियमों के मुताबिक, अगर आपकी बाइक पर 4 साल से छोटा बच्चा बैठा है, तो उसे भी हेलमेट पहनना जरूरी है. अब चाहे वो बच्चा कितना भी प्यारा क्यों न हो, हेलमेट पहनने का नियम अब उसी पर भी लागू है. और पीछे बैठने वाले सवारी को भी हेलमेट पहनने की छूट नहीं. यानी, अब सबकी सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है.
तो भाई, क्या कहना है?
आखिरकार, भारत में सिख समुदाय के लिए हेलमेट का नियम थोड़ा अलग है. पगड़ी उनकी सिर की सुरक्षा करती है, और हेलमेट की जरूरत नहीं होती. बाकी सभी के लिए हेलमेट पहनना अब और भी जरूरी हो गया है, ताकि सड़क पर अगर कोई हादसा हो तो सिर को सुरक्षित रखा जा सके. हेलमेट पहनें, सुरक्षित रहें! और अगर सिख भाई हैं तो पगड़ी पर भरोसा रखें, आपको न कोई रोक सकता है, न कोई चालान काट सकता है!