Hathras Stampede: हाथरस कांड के मुख्य आरोपी को 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत, CJM कोर्ट ने सुनाया फैसला

Hathras Stampede: प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करते हुए हाथरस एसपी ने जानकारी दी की देव प्रकाश मधुकर मुख्य आयोजक था और उसने ही कार्यक्रम की इजाजत ली थी. इसके साथ ही फंड जुटाने में भी इसकी भूमिका है.
Hathras Stampede

आरोपी देव प्रकाश मधुकर

Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार, ( 2 जुलाई ) को सत्संग में हुई भगदड़ के आरोपी देव प्रकाश मधुकर को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. वहीं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हाथरस ने आरोपी को 14 दिन की न्याययिक हिरासत में भेज दिया है. नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के दौरान हुई भगदड़ की घटना में अब तक 123 लोगों की मौत हो गई. इस मामले में के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को हाथरस पुलिस की एसओजी टीम ने शुक्रवार की शाम दिल्ली के नजफगढ़ इलाके से गिरफ्तार किया था.

प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करते हुए हाथरस एसपी ने जानकारी दी की देव प्रकाश मधुकर मुख्य आयोजक था और उसने ही कार्यक्रम की इजाजत ली थी. इसके साथ ही फंड जुटाने में भी इसकी भूमिका है. वहीं हाथरस हादसे को लेकर न्यायिक आयोग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और इस दौरान बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हमने पूरे घटनास्थल का निरीक्षण किया है और हमने सब कुछ नोट कर लिया है.

ये भी पढ़ें- Hathras Stampede: ‘…भाजपा को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं’, अखिलेश ने हाथरस कांड में हुई गिरफ्तारियों पर उठाए सवाल

इस मामले में अब तक 9 लोग गिरफ्तार

वहीं हाथरस की घटना को लेकर एसपी हाथरस निपुण अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 1 लाख रुपये का इनामी देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके साथ ही दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है, इससे पहले 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इस घटना से जुड़े अब तक 9 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं.

एसपी ने बताया कि आरोपी मधुकर एटा में मनरेगा का जूनियर इंजीनियर था. मधुकर राजनीतिक दलों के सम्पर्क में था, इनको पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ किया जायेगा. इस मामले में जो भी राजनीतिक दल और नेता जुड़े होंगे उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा.

आरोपी के वकील एपी सिंह ने क्या कहा?

वहीं आरोपी मधुकर के वकील एपी सिंह ने वीडियो संदेश में दावा किया था, ‘‘हमने हाथरस मामले में दर्ज प्राथमिकी में मुख्य आरोपी बताए जा रहे देवप्रकाश मधुकर का आत्मसमर्पण करा दिया है, उसका यहां उपचार किया जा रहा था इसलिए पुलिस, एसआईटी और एसटीएफ को दिल्ली बुलाया गया.’’

ज़रूर पढ़ें