Aligarh Muslim University: AMU में 103 साल बाद बदला इतिहास, पहली बार महिला कुलपति को मिली कमान, प्रो. नईमा खातून को बनाया गया नया VC
Aligarh Muslim University: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कुलपति पद पर नियुक्ति को लेकर इंतजार की घड़ी समाप्त हो गई. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर नईमा खातून(Prof. Naima Khatoon) को वाइस चांसलर नियुक्त किया गया है. बता दें कि यह यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार है, जब किसी महिला को कुलपति के पद पर नियुक्त किया गया है. दरअसल, यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर नियुक्त करने के लिए पांच महीने पहले अंतिम तीन नामों का प्रस्ताव राष्ट्रपति के पास भेजा गया था. अब इस पर सोमवार को राष्ट्रपति के ओर से प्रो. नईमा खातून को अगले पांच साल के लिए AMU का कुलपति नियुक्त कर दिया.
गर्ल्स कॉलेज की प्रधानाचार्या के पद पर नियुक्त थी नईमा खातून
बता दें कि पिछले साल ही 30 अक्टूबर को कुलपति पद के लिए कार्यकारणी परिषद की बैठक में पांच नाम चुने गए थे. इसके बाद छह नवंबर को AMU कोर्ट की बैठक में तीन नाम प्रो नईमा खातून, प्रो. फैजान मुस्तफा और प्रो एमयू रब्बानी पर सहमति बनी, जिसे मंजूर कर प्रस्ताव राष्ट्रपति के पास भेज दिया गया. लगभग पांच महीनों के बाद राष्ट्रपति ने इस प्रस्ताव पर अपनी मंजूरू दे दी. AMU के कुलसचिव मोहम्मद इमरान की ओर से भी कुलपति पद पर प्रो नईमा खातून की नियुक्ति की पुष्टि कर दी गई है. बता दें कि प्रो. नईमा खातून इससे पहले AMU के गर्ल्स कॉलेज की प्रधानाचार्या के पद पर नियुक्त किया गया था. ऐसे में अब AMU के इतिहास में पहली बार किसी महिला को कुलपति की जिम्मेदारी मिली है.
विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद पहली बार हुई नियुक्ति
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की साल 1920 में स्थापना होने के बाद पहली महिला चांसलर बेगम सुल्तान जहां बनी. वहीं पहले कुलपति महमूदाबाद के राजा मोहम्मद अली मोहम्मद खान नियुक्त किए गए. इस बीच कुलपति पैनल में कभी भी किसी महिला का नाम शामिल नहीं हो सका था. अब ऐसे में पहली बार पैनल के पांच नामों में महिला उम्मीदवार का नाम शामिल किया गया और प्रो. नईमा खातून को पहली महिला कुलपति मिलने का बनने का गौरव हासिल किया. बता दें कि पूर्व कुलपति महमूदुर्रहमान ने अपने कार्यकाल में पहली बार महिला प्रो. शाद बानो को प्रॉक्टर नियुक्त किया था. प्रो. चांदनी बी सितंबर, 2022 में AMU टीचर्स एसोसिएशन में पहली बार इतिहास विभाग की निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गई थी. हालांकि, AMU इंतजामिया ने इस चुनाव को रद्द कर दिया था.
नईमा खातून को पदभार ग्रहण करने में आ सकती है दिक्कत
गौरतलब है कि AMU में कुलपति के पद को लेकर विवाद भी चल रहा है. इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रहा है। दरअसल, AMU कोर्ट ने जिन तीन नामों का प्रस्ताव को मंजूरी दे कर राष्ट्रपति के पास भेजा था, उसको लेकर विवाद है. याचिकाकर्ता ने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए इसे इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी है. अगली सुनवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट में 29 अप्रैल को होगी है. अब ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन होने के कारण पदभार ग्रहण करने में रूकावट आने की संभावना हो सकती है.