दाढ़ी रखी तो खैर नहीं, बड़ी मूंछों पर भत्ता! मध्य प्रदेश और UP में पुलिसवालों को अलग से दिया जाता है पैसा

भारत के विभिन्न राज्यों में पुलिसकर्मियों के लिए दाढ़ी और मूंछों के बारे में अलग-अलग नियम हैं. आमतौर पर भारतीय पुलिस सेवा के नियमों के तहत, पुलिसकर्मियों को वर्दी में दाढ़ी रखने की अनुमति नहीं होती. हालांकि, उन्हें सलीके से कटी हुई मूंछें रखने की अनुमति दी जाती है, बशर्ते मूंछें झुकी हुई या लटकी हुई न हों.
Indian Police Mustache

ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी

Indian Police Mustache: भारत में पुलिस वर्दी और इससे जुड़ी कुछ परंपराएं अनोखी हैं, जिनमें से एक है पुलिसकर्मियों के मूंछ रखने से संबंधित नियम. पुलिस सेवा में कुछ खास दिशा-निर्देशों के तहत मूंछों को न केवल एक फैशन स्टेटमेंट के रूप में देखा जाता है, बल्कि इसे शक्ति, सम्मान और गरिमा का प्रतीक भी माना जाता है. खासकर कुछ राज्यों में पुलिसकर्मियों को बड़ी मूंछें रखने के लिए भत्ता भी दिया जाता है. यह परंपरा और नियम कैसे अस्तित्व में आए, आइए विस्तार से जानते हैं.

मूंछों की परंपरा

भारत में मूंछों को एक महत्वपूर्ण पहचान माना जाता है. विशेष रूप से उत्तर भारत में यह परंपरा अंग्रेजों के समय से चली आ रही है, जब पुलिस और सैनिकों को मूंछ रखने की आदतें एक सम्मानजनक प्रतीक मानी जाती थीं. मूंछें न केवल एक व्यक्ति के लुक को आकर्षक बनाती है, बल्कि इसे उनकी शख्सियत और उनकी ताकत का प्रतीक भी माना जाता है. आज भी कई राज्य पुलिस विभागों में मूंछ रखने को बढ़ावा दिया जाता है, और कुछ जगहों पर इसके लिए भत्ते भी दिए जाते हैं.

उत्तर प्रदेश में बड़ी मूंछों के लिए 250 रुपये का भत्ता

उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों को बड़ी और प्रभावशाली मूंछें रखने के लिए 250 रुपये तक का मासिक भत्ता दिया जाता है. यह भत्ता मूंछों को एक परंपरा और सम्मान का हिस्सा मानते हुए दिया जाता है. माना जाता है कि यह परंपरा ब्रिटिश काल से जुड़ी हुई है, जब मूंछों को पुलिसकर्मियों की शान और सख्त इमेज का हिस्सा माना जाता था. उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग ने इस परंपरा को जीवित रखने के लिए यह भत्ता जारी किया है.

मध्य प्रदेश में मूंछों पर 33 रुपये भत्ता

मध्य प्रदेश में भी कुछ जिलों में पुलिसकर्मियों को मूंछ रखने के लिए मासिक भत्ता मिलता है, जो 33 रुपये के करीब है. यह राशि छोटी हो सकती है, लेकिन इसका उद्देश्य मूंछों की परंपरा को बनाए रखना है. बिहार में भी कुछ समय पहले मूंछों को लेकर एक दिलचस्प उदाहरण सामने आया था, जब तत्कालीन डीआईजी मनु महाराज ने एक एएसआई को उसकी मूंछों के लिए इनाम दिया था.

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पुलिस विभाग में दाढ़ी-मूंछों से जुड़े नियम

भारत के विभिन्न राज्यों में पुलिसकर्मियों के लिए दाढ़ी और मूंछों के बारे में अलग-अलग नियम हैं. आमतौर पर भारतीय पुलिस सेवा के नियमों के तहत, पुलिसकर्मियों को वर्दी में दाढ़ी रखने की अनुमति नहीं होती. हालांकि, उन्हें सलीके से कटी हुई मूंछें रखने की अनुमति दी जाती है, बशर्ते मूंछें झुकी हुई या लटकी हुई न हों. कुछ विशेष परिस्थितियों में जैसे धार्मिक कारणों से पुलिसकर्मी विभाग से अनुमति लेकर दाढ़ी रख सकते हैं. हालांकि, ये नियम सिख पुलिसकर्मियों पर लागू नहीं होते.

सेना में दाढ़ी और मूंछों के नियम

सेना में भी दाढ़ी और मूंछों को लेकर सख्त नियम हैं. सेना के जवानों को दाढ़ी रखने की अनुमति नहीं होती, और केवल सिख सैनिकों को इस नियम से छूट दी जाती है. इस तरह के नियम सुरक्षा बलों में अनुशासन बनाए रखने के लिए होते हैं, ताकि सैनिकों की शारीरिक उपस्थिति एक जैसी रहे और वे अपने कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकें.

मूंछों का सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भ

भारत में मूंछों का महत्व केवल एक व्यक्तिगत या पेशेवर स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान का भी हिस्सा बन चुका है. विभिन्न राज्य अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से मूंछों को सम्मानजनक और शक्ति का प्रतीक मानते हैं. यही कारण है कि पुलिसकर्मियों को मूंछें रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और इसके लिए भत्ते भी दिए जाते हैं.

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