UP Politics: रामलला के दर्शन कर अखिलेश पर बरसे Manoj Pandey, बोले- अयोध्या जाने से रोकने पर हुआ दुख
UP Politics: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले और राज्यसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी को कई बड़े झटके लगे. राज्यसभा चुनाव में सपा के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करके भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को वोट दिए. वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद विधायक मनोज पांडे ने भी सपा प्रमुख अखिलेश का साथ छोड़ दिया. मनोज पांडे(Manoj Pandey) की गिनती अखिलेश यादव के करीबियों में होती थी. अब मनोज पांडे ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के दर्शन करने के बाद अपनी पार्टी पर बड़ा हमला बोला है.
सपा के नेतृत्व को बताया राम विरोधी
गुरुवार, 29 फरवरी को समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक रहे मनोज पांडे ने इशारों इशारों में ही उन्होंने अखिलेश यादव और सपा के शीर्ष नेतृत्व को राम विरोधी बताया. उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्य सचेतक के रूप में सपा की बैठक के दौरान विधायकों को राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन करने के लिए कहा था, लेकिन उन सभी को रोक दिया गया. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा उन्होंने कहा कि भगवान राम आत्मा हैं और उनके लिए रोका गया. मैं समझता हूं कि यह भारत जैसे देश के लिए दुर्भाग्यशाली था. उन्होंने कहा कि सोचिए उस समय कितना दुख हुआ होगा.
‘स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध किया’
राम मंदिर जाने से रोकने को ही मनोज पांडे समाजवादी पार्टी में टूट का सबसे बड़ा कारण बताया. इसी के साथ मनोज पांडे ने दावा किया कि उन्होंने सपा में रहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य का भी विरोध किया है. उन्होंने कहा, ‘जब भी देवी-देवताओं पर अनर्गल प्रलाप हुआ है, तब मनोज पांडे विरोध में चट्टान की तरह खड़ा रहा है.’ उन्होंने आगे कहा कि वह हमेशा सनातन और हिंदुत्व के पक्ष में ही खड़े रहेंगे. बता दें कि राम मंदिर जाने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की.