Monkey Bite: गाजियाबाद स्टेशन पर बंदरों का आतंक, बच्ची को किया घायल, बीजेपी नेता ने बताया सुरक्षा का गंभीर मामला
Monkey Bite: गाजियाबाद में डॉग बाइट के बाद अब मंकी बाइट के भी मामले सामने आने लगे हैं. कई इलाकों में बंदरों के आतंक के कारण लोग डरे हुए हैं. गाजियाबाद रैपिड रेलवे स्टेशन पर भी बंदरों का आतंक देखने को मिल रहा है और इस वजह से लोग सफर करने से भी कतरा रहे हैं. एक तरफ, लोग जहां इस बात से खुश हो रहे थे कि भारत की सबसे तेज नमो भारत ट्रेन साहिबाबाद और मेरठ साउथ के बीच चल रही हैं। वहीं कुछ लोग यात्रा करने से घबरा रहे हैं, क्योंकि इन स्टेशनों पर जगह-जगह बंदरों की भरमार है.
Just heard of a monkey injuring a child passenger at Ghaziabad station. 😞 Ye ek serious safety issue ban raha hai. Maine dekha hai ki monkeys Meerut South aur Duhai dono stations par ruckus create karte rahte hain.
For immediate action. @NCRTC @ @NamoBharatDelMT #DB… pic.twitter.com/OFnEsK4LdG— Anuj Kumar Bajpai (मोदी का परिवार) (@AnujBajpai_) August 31, 2024
बीजेपी नेता ने किया ट्वीट
बीजेपी नेता अनुज बाजपेई ने ऐसी ही एक घटना को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,”अभी-अभी सुना कि गाजियाबाद स्टेशन पर एक बंदर ने एक बच्ची घायल कर दिया. ये सुरक्षा का एक गंभीर मुद्दा बन रहा है. मैंने देखा है कि बंदर मेरठ साउथ और दुहाई स्टेशनों पर बड़ी संख्या में नजर आ रहे हैं और उत्पात मचा रहे हैं.” उन्होंने अपने ट्वीट में गाजियाबाद नगर निगम को भी टैग किया है और स्थिति से अवगत कराया है.
Dear Sir, thanks for your views. Prompt action was taken, and first aid provided to the child. As long-term measure, monkey chasers are already in place to mitigate this menace. The team is in touch with Ghaziabad Municipality & concerned depts to address this critical issue.
— Namo Bharat Delhi Meerut (@NamoBharatDelMT) September 1, 2024
NCRTC का आया बयान
इस मामले पर NCRTC की तरफ से ट्वीट करके कहा गया है कि बच्ची को प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया. स्टेशन पर बंदरों के आतंक को कम करने के लिए और उनको भगाने के लिए टीम मौजूद हैं. साथ ही कहा गया है कि इस मामले के समाधान के लिए गाजियाबाद नगर पालिका और संबंधित विभागों से भी संपर्क किया जा रहा है. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, गाजियाबाद में मंकी बाइट के हर दिन 20 से 25 मामले सामने आ रहे हैं.