UP Politics: ओपी राजभर ने पूर्वांचल में किया ‘खेला’, पहले अलका राय को ज्वाइन कराई पार्टी, बाद में कहा- वह सुभासपा में नहीं

UP Politics: जेल से निकलने के बाद डॉ. अलका राय कई दिनों से राजनीतिक जमीन की तलाश में थी.
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पूर्व बीजेपी नेता डॉ. अलका राय

UP Politics: देश मे जल्द लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं. वहीं 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में सभी दलों के नेता अपने भविष्य को लेकर रोज नए संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं और अपनी गोटियां बैठाने में लगे हुए हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के बहुचर्चित एंबुलेंस प्रकरण में माफिया मुख्तार अंसारी के साथ सह आरोपी और श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालक डॉ. अलका राय ने ओमप्रकाश राजभर की पार्टी का दामन थाम लिया.

करोड़ो की संपत्ति हुई सील

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के रतनपुरा में आयोजित एक रैली में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने पूर्व बीजेपी नेता डॉ. अलका राय को अपने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. जेल से निकलने के बाद वह कई दिनों से राजनीतिक जमीन तलाश रही थी. बता दें कि अलका राय एंबुलेंस प्रकरण में मुख्तार अंसारी के साथ सह आरोपी हैं. उनके खिलाफ बीते दिनों कार्रवाई भी की गई थी. कार्रवाई में करोड़ों की संपत्ति को सील किया गया और कई महीनों के लिए उनको जेल भी जाना पड़ा.

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सुभासपा ने दी सफाई

बता दें कि अलका राय पूर्वांचल क्षेत्र में भाजपा का बड़ा चेहरा रही हैं, लेकिन एंबुलेंस प्रकरण में नाम सामने आने के बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी निष्कासित कर दिया था. अब उनके सुभासपा में शामिल होने के बाद पूर्वांचल की राजनीतिक हलकों में चर्चा शुरू हो गई. वहीं विवाद बढ़ने पर सुभासपा की ओर से सफाई दी गई कि अलका राय को पार्टी में शामिल नहीं कराया गया है. सुभासपा के महासचिव और अध्यक्ष ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने कहा कि अलका राय को लेकर मीडिया में भ्रामक खबर चलाई जा रही है. उनको सदस्यता नहीं दिलाई गई है.

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