UP News: ‘रात में मुकदमा और 3 घंटे के अंदर गिरफ्तारी’, जेल से बाहर आते ही Dhananjay Singh का बड़ा आरोप
UP News: आखिरकार बाहुबली धनंजय सिंह(Dhananjay Singh) को रिहाई मिल गई. इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद बाहुबली धनंजय सिंह जेल से बाहर आ गए. जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी श्रीकला के लिए चुनाव प्रचार अभियान की कमान संभाल ली है. जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने बड़ा बयान दिया है. अपने उपर लगे आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पूरा मामला फर्जी था. नमामि गंगे के प्रोजेक्ट में काम के क्वालिटी को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी, जिसे लेकर हमने जल निगम के इंजीनियर और कंपनी के लोगों से बात की थी.
‘कृपाशंकर सिंह जमानत तक नहीं बचा पाए थे’
बाहुबली धनंजय सिंह ने आजतक से बात करते हुए कहा कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट वाले मामले में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के उस समय के विभागीय मंत्री का अपना स्वार्थ था. इसके बाद मेरे ऊपर 10:30 बजे रात में मुकदमा लिखा गया और 3 घंटे के अंदर गिरफ्तारी भी हो गई. इसके बाद मुझे सजा भी सुना दी गई.अब जनप्रतिनिधि जनता की आवाज ही नहीं उठा पाता है. तो यह आवाज दबा देने की बात है. उन्होंने आगे कहा कि क्या लोकतंत्र में लोग गलत चीजों के खिलाफ आवाज उठाना बंद कर देंगे.धनंजय सिंह ने आगे कहा कि मुझे बताया गया कि कोर्ट में हाजिर होना है और मैं कोर्ट के सम्मान में गया तो मुझे दोषी करार देकर जेल भेज दिया गया. जौनपुर से BJP प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह को लेकर कहा कि जब मैं साल 2002 में पहली बार विधायक बना तब कृपाशंकर सिंह कांग्रेस सरकार में मंत्री हुआ करते थे. मैं निर्दलीय चुनाव लड़ा और वह जमानत तक नहीं बचा पाए थे. मैं तब भी के राजनीतिक स्थिति को जानता था. 2005 में मैंने उनके भतीजे को जिला पंचायत सदस्य बनवाया था और वह हाल में ब्लॉक प्रमुख का चुनाव हारा है.
‘निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी करता हूं’
धनंजय सिंह ने कहा कि BJP मेरे सामने जमानत नहीं बचा पाई थी. जब मैं पहली बार जेल गया तब मैंने पहली बार नाम लेकर कहा था कि किसी वजह से मुझे जेल भेजा गया. यही मामला विधान परिषद की समिति में उठा और जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनी. उस कमेटी ने उस कंपनी की गुणवत्ता के खिलाफ जानकारी दी. इससे मेरी बातें सच साबित हो जाती हैं. मैंने ललन सिंह के साथ जनता दल-यूनाइटेड छोड़ दी. मैंने कभी BJP से टिकट लेने की कोशिश नहीं की. मैं हमेशा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की तैयारी करता हूं. धनंजय सिंह ने कहा कि जब मैं JDU में था तो मुझे लगा कि ‘INDI’ गठबंधन से बात बन जाएगी और गठबंधन जौनपुर की सीट छोड़ देगी, लेकिन अचानक JDU एनडीए का हिस्सा बन गई. जब JDU को अपना हिस्सा बिहार में ही नहीं मिला तो मैं एकला चलो की राह पर चल दिया.उन्होंने कहा कि जौनपुर का चुनाव स्थानीय मुद्दों पर चुनाव है.
‘BJP को भी समझौता करना पड़ा’
उन्होंने आगे कहा कि देश में 543 सीट हैं सभी तो BJP नहीं जीतेगी. BJP को भी ओमप्रकाश राजभर अनुप्रिया पटेल, संजय निषाद से समझौता करना पड़ा. जब राष्ट्रीय दल होने के बावजूद उन्हें समझौते करने पड़ रहे हैं. मैं तो सिर्फ एक जिले की राजनीति में हूं. धनंजय सिंह ने कहा, हम सुप्रीम कोर्ट जाने वाले थे. लेकिन केजरीवाल वाले मामले में SC ने टिप्पणी कर दी कि राजनीतिक मामलों में हम तुरंत सुनवाई नहीं करेंगे. अब चुनाव के बाद ही कोर्ट में अपील करेंगे. सत्ता के साथ जब संघर्ष होता है तो साजिश भी होती है. BJP से टकराव पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सबके प्रधानमंत्री हैं. भारत के गृहमंत्री बहुत ताकतवर है. उनसे मेरा क्या विवाद हो सकता है. प्रधानमंत्री विपक्ष को स्पेस दें क्योंकि राजनीति में अपोजिशन को भी जगह की जरूरत है.